बीजेपी सांसद कौशल किशोर के आवास पर उनके बेटे के दोस्त की गोली मारकर हत्या कर दी गई. घटना की जानकारी मिलने पर क्षेत्र में हड़कंप मच गया.
कौशल किशोर के कुल चार बेटे हैं. जिनमें आकाश किशोर का नशे के कारण अक्टूबर 2020 में निधन हो गया था.
बीजेपी सांसद इससे पहले अपने बेटे आयुष और बहू की वजह से भी विवादों में घिरे थे.
बता दें कि कौशल किशोर लखनऊ की मोहनलाल गंज सीट से सांसद हैं.
यहां तक पहुंचने के लिए उनको लंबा संघर्ष करना पड़ा. 1989, 1991, 1993 में उन्होंने मलिहाबाद सीट से चुनाव लड़ा लेकिन हर बार मात खाई.
साल 2002 में पहली बार मलिहाबाद सुरक्षित सीट से निर्दलीय विधायक बने थे. उस समय प्रदेश में सपा की सरकार थी.
मुलायम सिंह ने उनको श्रम राज्यमंत्री बनाया था, लेकिन 8 महीने के भीतर ही कौशल किशोर सरकार से अलग हो गए.
2007 में यहां से उन्होंने फिर चुनाव लड़ा लेकिन उनको हार मिली, 2012 में भी उनको इस सीट पर हार का सामना करना पड़ा.
6 विधानसभा चुनाव लड़ने के बाद उनको केवल एक बार ही विधायक बनने का मौका मिला.
इसके बाद उन्होंने साल 2013 में बीजेपी ज्वॉइन कर ली. इसके बाद वह मोहनलालगंज से 2014 में पहली बार सांसद बने.
साल 2019 में भी वह यहां से सांसद चुने गए. उनकी पत्नी 2017 में मलिहाबाद सीट से विधायक बनी थीं.