फाइबर से भरपूर जौ की चाय पीने से कब्ज की परेशानी दूर होती है और एसिडिटी, गैस और ब्लोटिंग जैसी समस्या नहीं होती. मतली में भी राहत मिलती है.
रक्त परिसंचरण जौ की चाय पीना रक्त संचरण बैलेंस करता है जिससे स्ट्रोक या हार्ट अटैक का जोखिम कम होता है.
कैलोरी में कम और विटामिन व मिनरल से भरपूर जौ की चाय पीने से देर तक पेट भरा हुआ महसूस होता है जिससे घटाने में मदद मिलती है.
एमिनो एसिड, मेलाटोनिन व ट्रिप्टोफैन से युक्त जौ की चाय अच्छी नींद लेने में मदद करता है. इसमें कैफीन नहीं होता जिससे नींद विकार से निपटने में मदद मिलती है.
फाइबर और फाइटोन्यूट्रिएंट्स से भरपूर जौ की चाय में एंटीऑक्सिडेंट होता है जिससे कुछ एक प्रकार के कैंसर के खतरे को कम कर सकती है.
एंटी-इन्फ्लेमेट्री गुण वाली जौ की चाय सूजन, जोड़ों के दर्द व गठिया की परेशानी को दूर कर सकता है.
एंटीऑक्सिडेंट और जीवाणुरोधी गुणों वाली जौ की चाय ठंड और फ्लू से निपटने में सहायक साबित होती है. गले की खराश और अस्थमा में राहत देती है.
ओरल स्ट्रेप्टोकोकस बैक्टीरिया दांतों को सड़ा सकता है और जौ की चाय जीवाणुरोधी गुण वाली होती जिससे दांतों के सड़न को कंट्रोल किया जा सकता है.
एंटीऑक्सिडेंट फ्री रेडिकल्स वाली जौ की चाय उत्पादन और पिगमेंटेशन को कम करने में मदद करती है और त्वचा को सुरक्षा देती है.