आईपीएस संजुक्ता पराशर का जन्म असम राज्य में हुआ है. इनकी शुरुआती शिक्षा भी असम से हुई है. शुरुआती शिक्षा के बाद संजुक्ता दिल्ली आ गईं.
इसके बाद संजुक्ता पराशर ने दिल्ली के इंद्रप्रस्थ कॉलेज से राजनीति विज्ञान में स्नातक की पढ़ाई की और बाद में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की.
दिल्ली से पढ़ाई पूरी करने के बाद संजुक्ता पराशर अमेरिकी विदेश नीति में एमफिल और पीएचडी की उपाधि हासिल की.
यूपीएससी (UPSC) में 85वीं रैंक हासिल कर संजुक्ता पराशर 2006 में भारतीय पुलिस सेवा (IPS) में शामिल हुईं. आईपीएस बनने के बाद उन्होंने मेघालय-असम कैडर चुना.
असम के मकुम में सहायक कमांडेंट के रूप में अपनी प्रारंभिक पोस्टिंग के दौरान संजुक्ता को अपनी निडरता के लिए तेजी से पहचान मिली. .
आईपीएस संजुक्ता एक निडर एनकाउंटर स्पेशलिस्ट हैं. वह हमेशा नई चुनौतियों का डटकर सामना करती हैं. यही कारण है कि अपराधी उनके नाम से भी कांपते हैं.
साल 2015 में संजुक्ता ने उग्रवादियों के खिलाफ ऑपरेशन में प्रमुख भूमिका निभाई थी. इस दौरान उन्होंने असम के जंगलों में एके-47 लिए सीआरपीएफ जवानों और कमांडो को लीड किया था.
आईपीएस संजुक्ता असम में ऐसी जगहों पर एनकाउंटर किया, जहां नॉर्मल ऑपरेशन चलाना भी मुश्किल था. वह 16 उग्रवादियों को मार गिराया था. वहीं, 64 नक्सलियों को बंदी बनाया था.