लौकी को छील के घिस ले. पानी उबलने रखें. उसमे नमक डालें. पानी में उबाला आए तब उसमे लौकी डाल दे.दो मिनिट बाद गैस बंद कर ले.लौकी को छन्नी में डालके ऊपर से ठंडा पानी डालें.अब लौकी को दो हाथ के बिच में लेके निचोड़ ले.
अब लौकी में हरी मिर्ची,मूंगफली का चुरा,चीनी और निम्बू का रस डालें.जीरे का छोंका डालें.हरा धनिया डालके मिलाएं.खाना खाते समय सर्व करें.
कड़वी लौकी खाने से डायरिया, पेट, फूड पॉइजनिंग जैसी बीमारिां हो सकती हैं. यह किडनी और लीवर को नुकसान पहुंचाती है.
आयुर्वेद में घीया की तासीर ठण्डी बताई गई है. इसके लिए आप घीया का सलाद का सेवन कर सकते हैं.
लौकी का सलाद खाने से पहले एक छोटा सा टुकड़ा चख लें.अगर इसका स्वाद कड़वा हो तो इसे फेंक दें.
आयुर्वेद में घीया की तासीर ठण्डी बताई गई है. इसके लिए आप घीया का सलाद का सेवन कर सकते हैं.
लौकी का अधिकांश लोग सब्जी और रायते के रूप में इस्तेमाल करते हैं. इसका जूस भी काफी पोषक माना जाता है.
यदि हफ्ते में दो बार भी लौकी के सलाद का सेवन करते हैं तो यह वजन नहीं बढ़ने देगा. शोध के मुताबिक फाइबर और पानी की मात्रा अधिक होने के कारण यह शरीर में कैलोरी नही बढ़ने देता.
ध्यान रहे लौकी कड़वी हो तो उसे न तो सलाद के रूप में खाएं न सब्जी न जूस बनाएं. क्योंकि उसमें कुकर बीटल नामक बैक्टीरिया आ गया है.