घर में दीपक जलाने से नकारात्मक ऊर्जा भी दूर होती है और चारों ओर सकारात्मकता बनी रहती है. आइए जानते हैं कि दीपक जलाते समय क्या बोलना चाहिए और इसके क्या नियम हैं?
पूजा करते समय दीपक को देवी-देवताओं की मूर्ति या तस्वीर के सामने ही रखें और 'शुभम करोति कल्याणं, अरोग्यं धन संपदाम्, शत्रु बुद्धि विनाशाय, दीपं ज्योति नमोस्तुते' का जाप करें.
इस मंत्र का अर्थ है शुभ और कल्याण करने वाली, आरोग्य और धन संपदा देने वाली, शत्रु बुद्धि का विनाश करने वाली दीपक की ज्योति को प्रणाम है.
शाम के समय घर के मुख्य द्वार के पास रोजाना एक दीया जरूर जलाएं. इससे मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है.
अगर घी का दीपक जला रहे हैं तो उसे अपने बाएं ओर रखें और तेल वाले दीपक को दाएं तरफ रखना चाहिए.
कहते हैं मंदिर में दीपक को पश्चिम की तरफ कभी भी नहीं रखना चाहिए. दीया खंडित नहीं हो इसका ध्यान रखें.
तेल वाले दीपक में लाल बाती और घी के दीपक में सफेद रुई की बाती को रखें.
वास्तु के अनुसार, घर में दीपक जलाने से सुख संपन्नता बढ़ती है. वास्तु में दिशाओं का भी खास महत्व है. इसलिए दीपक को हमेशा दिशाओं के हिसाब से रखना चाहिए.
अगर आर्थिक तंगी से छुटकारा चाहिए तो घर की उत्तर दिशा में एक दीपक जलाकर रखें. उत्तर दिशा शुभ मानी जाती है और मां लक्ष्मी की दिशा भी वहीं मानी जाती है.
शाम के समय एक दीपक घर की पूर्व दिशा में जलाना चाहिए. पूर्व दिशा में दीया जलाने से अकाल मृत्यु योग समाप्त होता है.
यहां दी गई जानकारियां लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. Zeeupuk इसकी किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है.