कवयित्री मधुमिता शुक्ला मर्डर केस में पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी और उनकी पत्नी मधुमणि की आज जेल से रिहाई हो रही है.
दोनों करीब 20 साल से जेल में बंद थे. सुप्रीम कोर्ड के आदेश पर उनकी सजा को माफ कर दिया गया है.
9 मई 2003 को हुए इस हत्याकांड से प्रदेश में सियासी भूचाल आ गया था. जानिए इस केस के बड़े किरदारों के बारें में.
पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी को मधुमिता शुक्ला हत्याकांड में दोषी पाया गया था. पोस्टमार्टम में पता चला की वह गर्भवती थीं.
डीएनए रिपोर्ट में पिता की पहचान अमरमणि त्रिपाठी के तौर पर हुई थी.
इस हत्याकांड में अमरमणि त्रिपाठी के अलावा उनकी पत्नी मधुमणि त्रिपाठी भी हत्या की साजिश में शामिल थीं.
अमरमणि के भतीजे रोहित चतुर्वेदी को भी हत्याकांड में शामिल होने का दोषी पाया गया था.
मधुमिता की हत्या की साजिश के आरोप दो शूटर पवन पांडे और संतोष राय पर भी लगे थे.
निधि शुक्ला मधुमिता शुक्ला की बहन हैं, वह अमरमणि त्रिपाठी और मधुमणि की रिहाई का विरोध कर रही हैं.
देशराज मधुमिता का हाउस हेल्प था, उसी के बयान के आधार पर मधुमिता की हत्या के आरोप शूटर संतोष राय और पवन पांडे पर लगे थे.