दुर्योधन की बहन दुःशाला पति जयद्रथ सिंधु देश का राजा था.
जयद्रथ कौरव और पांडवों का जीजा था लेकिन पांडवों से वनवास के दौरान ही उसकी दुश्मनी हो गई.
वनवास के दौरान द्रौपदी पर जयद्रथ ने बुरी नजर डाली और उसका हरण करने लगा.
तभी पांडवों ने उससे युद्ध किया और द्रौपदी को बचाया.
इतना ही नहीं भीम ने जयद्रथ का वध करने तक का मन बना लिया था.
तभी अर्जुन ने भीम से कहा कि जयद्रथ बहन दुशाला का पति है और बहन के पति को नहीं मार सकते हैं.
इस पर भीम ने गुस्से में जयद्रथ के केश काटकर उसका मुंडन कर दिया और केवल 5 चोटी छोड़ी. तब से पांडवों और जयद्रथ में दुश्मनी हो गई.
फिर महाभारत युद्ध में चक्रव्यूह में घुसने से जयद्रथ ने अर्जुन रोका और किसी और रास्ते पर ले गया.
इतने में कौरवों ने अभिमन्यु का वध कर दिया जिसका बदला लेते हुए अर्जुन ने अपने ही जीजा जयद्रथ को अभिमन्यु वध का कारण मानते हुए उसका वध किया.
पौराणिक पात्रों की यह कहानी धार्मिक मान्यताओं और ग्रंथों में किए गए उल्लेख पर आधारित है. इसके एआई द्वारा काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.