पीएम मोदी लगातार तीसरी बार वाराणसी लोकसभा क्षेत्र से चुनावी मैदान में उतरे हैं, लेकिन अबकी बार अखिल हिन्दू महासभा की प्रत्याशी हिमांगी सखी उनकी जीत में रुकावट बन सकती हैं .
महामंडलेश्वर हिमांगी सखी का जन्म मुंबई में हुआ था, शुरुआती दौर में सखी फिल्मी अदाकारा बना चाहती थी,जिसके चलते उन्होंने फिल्मों में कुछ छोटे रोल भी किए, हालांकि उन्हें कोई सफ़लता प्राप्त नहीं हो पाई.
महामंडलेश्वर हिमांगी सखी की मां पंजाबी थीं और पिता गुजराती थे माता पिता की मृत्यु के बाद हिमांगी ने बहन की शादी करने के बाद गृहस्थ जीवन त्याग वृंदावन में जाकर बस गई . वहीं शास्त्रों का अध्ययन शुरू किया.
फिल्मी दुनिया को छोड़कर अध्यात्म की तरफ कदम रखने वाली किन्नर हिमांगी आज 50 से भी अधिक जगह भागवत कथा कर चुकी हैं.
महामंडलेश्वर हिमांगी सखी 5 भाषाओं में कथा सुनाने के लिए मशहूर हैं वह पंजाबी,गुजराती, हिन्दी,अग्रेंजी और मराठी भाषा में कथा सुनाती है. यहीं नही वह बैंकाक, सिंगापुर और मॉरिशस में भी कथा सुना चुकी हैं.
मुंबई में पली बढ़ी साध्वी हिमांगी को पशुपति नाथ अखाड़े की तरफ से 2019 में महामंडलेश्वर की उपाधि दी गई, पशुपति नाथ अखाड़ा नेपाल में स्थित है.
किन्नरों की आवाज़ बनने और उसे उठाने के लिए हिमांगी ने 2024 लोकसभा चुनाव में नरेन्द्र मोदी के सामने खड़ा होने का एलान किया है.
महामंडलेश्वर हिमांगी सखी की मांग है कि मंगलमुखी समाज को राजनीति में उचित भागीदारी मिले और ज्ञानवापी में मंदिर का निर्माण जल्द से जल्द करवाया जाए .