मखाने में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-माइक्रोबियल प्रभाव पाए जाते हैं. मखाने में पाए जाने वाले ये दोनों गुण मसूड़े संबंधित सूजन और बैक्टीरियल प्रभाव के कारण होने वाली दांतों की सड़न को रोकने में मददगार साबित होते हैं.
गर्भावस्था में मखाना का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है. इसमें कई प्रकार के पोषक तत्व जैसे की आयरन, प्रोटीन, मैग्नीशियम और पोटेशियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो गर्भावस्था के दौरान महिला को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं.
मखाने में प्रोटीन पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है. 100 ग्राम मखाने में लगभग 10.71 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है.
डायबिटीज से राहत पाने के लिए भी मखाने का उपयोग किया जा सकता है.मखाने में पाए जाने वाले रेसिस्टेंट स्टार्च में हाइपोग्लाइसेमिक (ब्लड शुगर को कम करने वाला) प्रभाव पाया जाता है.
मोटापा घटाने में मखाना काफी सहायक होता है. एक शोध के मुताबिक कमल के बीज (मखाना) का एथेनॉल अर्क शरीर में फैट सेल्स को नियंत्रित करने में मददगार साबित हो सकता है.