दाल-सब्जी हो या रोटी शरीर को ठंड से बचाने और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए लोग सर्दियों में मदुवे के आटे का सेवन करते हैं.
मदुवे आटा या मदुवे की फसल उत्तराखंड में परंपरागत रूप से उगाई जाने वाली गर्म प्रभाव वाली फसल है. मदुवे में प्रोटीन, वसा, खनिज आदि जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं.
मदुवे की रोटी में फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो वजन घटाने में मददगार होता है. मैडुवे का आटा पेट की समस्याओं जैसे एसिडिटी, कब्ज, अपच आदि से निजात दिलाने में भी कारगर है.
मदुवे की रोटी में कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है जिससे हमारी हड्डियां मजबूत रहती हैं. इसके नियमित सेवन से ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा कम हो जाता है.
मधुमेह के रोगियों को भूख कम लगती है. मैडुवे ब्रेड ग्लूटन फ्री होता है जो डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है. ध्यान रहे ये सामान्य जानकारी है.
इसके सेवन से महिलाओं में फोलिक एसिड, आयरन, कैल्शियम, प्रोटीन, फाइबर, विटामिन आदि की पूर्ति आसानी से हो जाती है.
मौसम में बदलाव के कारण वायरल इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है. मधुवे की रोटी का सेवन करने से सर्दी, जुकाम, गले में दर्द, खराश आदि की समस्या नहीं होती है.