मनीष बंसल की कहानी पंजाब के एक अनोखे शहर संगरूर से शुरू होती है. कम उम्र से ही, मनीष ने हाई स्कूल और इंटरमीडिएट दोनों परीक्षाओं में अच्छा प्रदर्शन दिया था.
बचपन से ही पढ़ाई में तेज रहे मनीष बंसल ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा अच्छे अंकों हासिल किए थे. जिसके बाद उन्होंने आईआईटी दिल्ली से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में एमटेक किया है.
उनके दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत से उन्होंने 2013 में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी की और 53वीं रैंक हासिल की.
उनके पिता अवतार राम बंसल एक बैंक में मुख्य प्रबंधक हैं जबकि उनकी मां सुधा बंसल, एक गृहिणी है. मनीष बंसल का कहना है कि माता-पिता की वजह से ही वह इस मुकाम तक पहुंचे है.
मनीष बंसल का निजी जीवन भारतीय प्रशासनिक परिदृश्य में एक और उल्लेखनीय व्यक्ति के साथ जुड़ा हुआ है. उनका विवाह चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार की बेटी मेधा रूपम से हुआ है.
मनीष बंसल की सहारनपुर के डीएम के रूप में नियुक्ति उनके करियर में एक महत्वपूर्ण रोल अदा करता है. उनका कार्यकाल जिले में सकारात्मक बदलाव लाएगा.
उनका जन्म आगरा में हुआ है. आगरा मे जन्मी मेधा के पिता भी केरल कैडर के आईएएस अफसर हैं. जिसके चलते मेधा की 12वीं तक की पढ़ाई-लिखाई केरल में हुई है.
मेधा ने 10 मीटर की एयर राइफल पीपी साइट की ट्रेनिंग ली है. वह स्टेट शूटिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं. उन्होंने 2009 में नेशनल चैंपियनशिप में भी हिस्सा लिया था
मेधा रूपम, 2014 बैच की सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी की और 10वीं रैंक हासिल की थी जिसके बाद अब आईएएस अधिकारी और कासगंज जिले की वर्तमान जिलाधिकारी हैं.