मेरठ में लगा 350 साल पुराना मेला, रावण की रानी मंदोदरी से भी है कनेक्शन

Rahul Mishra
Jul 24, 2024

नौचन्दी मेले

वैसे तो आप लोग मेरठ घूम चुके होंगे लेकिन क्या आप यहां का नौचन्दी मेले के बारे में जानते है?

हिन्दू-मुस्लिम एकता

ये मेला मेरठ की शान है जो हर साल लगता है. इस मेले को हिन्दू-मुस्लिम एकता का प्रतीक माना जाता है.

मेरठ के नौचंडी ग्राउंड में लगने वाला ये नौचंदी मेला एक महीने तक लगता है.1672 में पहली बार इस मेले को लगाया गया था जो आज तक लगता आ रहा है.

रावण की पत्नी

देशभर से लोग यहां घूमने आते है. इस मेले का संबंध रावण की पत्नी मंदोदरी से है. नौचंदी मेला मां चंडी देवी के नाम पर ही रखा गया है.

5000 साल पुरानी मूर्ति

मां चंडी देवी के मंदिर में विराजित मूर्ति 5000 साल पुरानी है. कहा जाता है कि रावण की पत्नी मंदोदरी ने इस मंदिर में मां चंडी देवी की मूर्ति की स्थापना की थी.

मां चंडी देवी

जो लोग मां चंडी देवी के दर्शन करने आते है वो लोग इस मेले में खरीदारी करते है. पहले यह मेला 3 दिन के लिए लगता था फिर 7 दिन और अब सवा महीने तक चलता है.

नौचंदी एक्सप्रेस

मेरठ से लखनऊ तक चलने वाली ट्रेन का नाम भी नौचंदी एक्सप्रेस है जो मां नौचंदी के नाम पर रखा गया है.

मेरठ में दंगे

मेरठ में भले ही कितने बार दंगे हुए है लेकिन कभी भी नौचंदी मेले में इसका असर देखने को नहीं मिला.

हजारों स्टॉल

इस मेले में हर दिन 50,000 से ज्यादा लोग आते है. यहां आपको हजारों स्टॉल देखने को मिलेंगे.

कवि सम्मेलन

इस मेले में आपको कवि सम्मेलन, उर्दू कविता पाठ, नृत्य और संगीत प्रदर्शन जैसे आयोजन देखने को मिलेंगे.

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