मेरठ के फेमस रामचरण चाट भंडार को कौन नहीं जनता. हर कोई यहां की चाट का दीवाना है.
रामचरण जी की स्वादिष्ट चाट का लुत्फ़ उठाने दूर-दूर से लोग यहां आते हैं. यहां पर छोले-कुलचे बड़े ही प्यार और सम्मान के सात परोसे जाते हैं.
मेरठ में इनसे ऊपर किसी के छोले कुलचे नहीं है. लाजवाब स्वाद के लिए रामचरण चाट भंडार का नाम दूर-दूर तक फैला हुआ है.
साल 1966 को रामचरण जी ने ठेले पर चाट कुलचे बेचने शुरू किये थे. तब से लेकर आजतक छोले कुलचे खाने के शौक़ीन इन्ही की दुकान पर आ रहे हैं.
रामचरण के छोले कुलचे खाने के लिए लोगों का इंतजार करना पड़ता है. रामचरण के बेटे वीरू सिंह बताते हैं कि, बड़ी दुकान होने के बावजूद लोगों को अपने नंबर का इंतजार करना पड़ता है.
यहां पर छोले-कुलचे की प्रति प्लेट 60 रुपए है. रामचरण के छोले-कुलचे की क्वालिटी सबसे बेहतर है. यह क्वालिटी और स्वाद के समझौता नहीं करते.
छोले में विभिन्न प्रकार के मसाले के साथ तले हुए आलू और फलों को भी मिलाया जाता है. साथ ही ढाक के पत्तों पर छोले को सजाकर दिया जाता है.
ढाक का पत्ता पहाड़ी इलाके में मिलता है, इस पत्ते पर चाट पकौड़ी परोसने से ररामचरण के छोले-कुलचे पर चार चांद लग जाते हैं.
रामचरण चाट भंडार (छोले-कुलचे) मेरठ में के एनएसस कॉलेज के पास स्थित है. यहां पर मेरठ ही नहीं बल्कि दूर दूर से लोग स्वाद लेने आते है.
छोले एक साथ आप कुलचे के अलावा मखनी रुमाली रोटी भी ले सकते हैं. इसका स्वाद लेने के बाद आप यहां के गुलाब जामुन का भी लुत्फ़ उठा सकते हैं.
चिल चिलाती गर्मी में आपको रामचरण की कुलदी फलूदा ठंडक देगा. इसका स्वाद आपको खुद ब खुद यहां खींच लाएगा.