मेरठ में चलेगी मेट्रो, रैपिड रेल के बाद शहर को मिला नया तोहफा

Rahul Mishra
Sep 05, 2024

दिल्‍ली से सटे मेरठ को रैपिड रेल के बाद एक और बड़ी सौगात मिली है. मेरठ मेट्रो की गाजियाबाद में टेस्टिंग शुरू हो गई है. इसके बाद माना जा रहा है कि जल्‍द ही मेरठवासियों को मेट्रो की भी सेवा मिलने लगेगी. दिसंंबर अंत तक मेरठ से सराय काले खां दिल्‍ली तक नमो भारत ट्रेन भी दौड़ने लगेगी.

नोएडा-गाजियाबाद के बाद अब मेरठ को मेट्रो की सौगात मिलने वाली है. कुछ महीने पहले ही प्रदेश में रैपिड रेल का उद्घाटन किया गया था.

गुजरात की कंपनी में तैयार

मेरठ में चलने वाली मेट्रो ट्रेन की गाजियाबाद के दुहाई डिपो में टेस्टिंग शुरू हो गई है. ये मेट्रो ट्रेन गुजरात के एलस्टॉम कंपनी स्थित प्लांट में तैयार हुई है.

12 ट्रेन सेट चलेंगे

इस मेट्रो ट्रेन की खास बात यह है कि इसमें सिर्फ तीन कोच की होंगे और इस तरह के 12 ट्रेन सेट चलाए जाएंगे.

500 मीटर लंबे ट्रैक

यहां दुहाई डिपो में 500 मीटर लंबे ट्रैक पर इन ट्रेनों को रखकर असेंबल कर दिया गया है और विभिन्न प्रकार की टेस्टिंग प्रक्रिया शुरू हो गई है.

82 किलोमीटर का लंबा ट्रैक

मेरठ के मोदीपुरम से दिल्ली के सराय काले खां तक 82 किलोमीटर का ट्रैक बनकर तैयार हो चुका है. इसमें सराय काले खां से मेरठ साउथ स्टेशन तक ट्रेन चलेंगी.

मेरठ साउथ स्टेशन

मेरठ शहर के यात्री मेट्रो से सफर करते हुए मेरठ साउथ स्टेशन तक पहुंचेंगे. फिर यहां से वे ट्रेन बदलकर रैपिड रेल में सवार होंगे और दिल्ली जा पाएंगे.

जून -2025 तक काम पूरा

NCRTC का दावा है कि जून-2025 तक मेरठ से दिल्ली तक पूरा रूट चालू हो जाएगा. अभी तक गाजियाबाद में साहिबाबाद स्टेशन से मेरठ साउथ स्टेशन तक 42 किलोमीटर में रैपिड रेल यानि नमो भारत ट्रेनों का संचालन हो रहा है.

क्या है खास

मेरठ मेट्रो 3 कोच से मिलकर बनेगी. इसमें एर्गोनॉमिक रूप से डिजाइन की गई 2x2 ट्रांसवर्स और लांगिट्यूडनली बैठने की व्यवस्था होगी.

क्या-क्या मिलेगी सुविधा

ट्रेन अत्याधुनिक हल्के वजन और स्टेनलेस स्टील से बनी है. एसी, आरामदायक सिटिंग, खड़े होने की पूरी जगह मिलेगी. सामान रखने की रैक, ग्रैब हैंडल, यूएसबी डिवाइस चार्जिंग, सीसीटीवी कैमरे, डायनामिक रूट मैप्स, इंफोटेनमेंट सिस्टम, ऑटोमेटिक लाइट्स की भी सुविधा रहेगी.

भीड़ मैनेजमेंट

मेट्रो में भीड़ मैनेजमेंट के लिए सभी स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर के साथ मेट्रो संचालन को जोड़ा जाएगा, ताकि सुरक्षा का पूरा पालन हो सके.

इमरजेंसी हेल्थ सर्विसेज

इस मेट्रो में ऊर्जा खपत कम करने के लिए ट्रेन के दरवाजों में पुश बटन रहेगा. इसकी हेल्प से दरवाजे खुलेंगे. जहां पुश बटन दबेगा तभी बंद होंगे. इमरजेंसी एग्जिट इक्विपमेंट, फायर सेफ्टी, इमरजेंसी अलार्म, टॉक-बैक सिस्टम भी मिलेगा. इमरजेंसी हेल्थ सर्विसेज, स्ट्रेचर, व्हील चेयर की सुविधा भी ट्रेन में रहेगी.

डिस्क्लेमर

AI द्वारा काल्पनिक चित्रण का जी ZEEUPUK हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.

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