गर्भवती महिलाओं को मेथी पानी लेने से बचना चाहिए, क्योंकि कुछ महिलाओं में यह गर्भपात का कारण बन जाता है.
कुछ लोगों को मेथी पानी लेने से त्वचा संबंधी परेशानी शुरु होने लगती है. उनकी त्वचा परएलर्जी के रूप में उभरता है. ध्यान रहे ये सामान्य जानकारी है.
मेथी पानी लेने से कई लोगों को सांस लेने में दिक्कत महसूस होने लगती है. ऐसे लोगों को डॉक्टर से परामर्श लेने के बाद ही मेथी पानी लेने पर विचार करना चाहिए.
कई लोगों को मेथी पानी लेने के बाद खट्टी डकार आनी शुरु हो जाती हैं. ऐसे में शरीर असहज होने लगता है और कुछ लोगों को इसे लेने के बाद दस्त शुरु हो जाते हैं. यदि आप के साथ भी ऐसा कुछ हो रहा है, तो मेथी पानी लेने से परहेज करें.
मेथी पानी लेने के बाद कुछ लोगों को अपच हो जाती है. ऐसे लोगों के आंत में मौजूद बैक्टीरिया गैस बनाना शुरु कर देते हैं, जिसकी वजह से वे असहज हो जाते हैं.
लो ब्लड शुगर यानी हाइपोग्लाइसीमिया एक प्रकार की डॉयबिटीज है. डॉयबिटीज के मरीजों को मेथी पानी की मात्रा पर विशेष ध्यान देने की जरुरत होती है. ऐसे लोगों को मेथी पानी लेने से हमेशा सावधान रहना चाहिए.
कुछ लोगों में मेथी पानी की वजह से सांस लेने के दौरान गले में घरघराहट होने लगती है. ऐसे लोगों में सांस लेने में मदद करने वाले प्रमुख अंगो में एलर्जी होने लगती है.
बिना डॉक्टर (पीडियाट्रिशन) की सलाह के बच्चों को मेथी के दाने न खिलाएं. क्योंकि मेथी पानी लेने के बाद ज्यादातर बच्चों के शरीर से अजीबोगरीब गंध आनी शुरु हो जाती है.
मेथी पानी कुछ बच्चों में चेतना की कमी का कारण बन जाता है. बिना डॉक्टर (पीडियाट्रिशन) से सलाह लिए उन्हें इसे देने से बचना चाहिए.