गरुड़ पुराण हिंदू धर्म के 18 महापुराणों में एक है, गरुण पुराण में कहा गया है कि अगर जीवन में सफल होना है तो इन पांच आदतों को छोड़ना पड़ेगा
भगवान विष्णु पक्षीराज गरुड़ को समझाते है. कि धरती पर मनुष्य स्वयं अपने कर्मों से परेशान है.
हानि- लाभ, शुभ- अशुभ, अच्छा बुरा सब कुछ वह खुद अपने कर्मों से ही निर्धारित करता है. उसकी आदतें ही उसके दुख का सबसे बड़ा कारण है.
आइए जानते है कि वे आदतें कौन सी है. जिन्हें छोड़ने के लिए स्वयं भगवान विष्णु न कहा है
गरुड़ पुराण में बताया गया है कि, गंदे वस्त्र पहनने वाले कभी आर्थिक रूप से संपन्न नहीं रह सकते है
सूर्योदय होने के बाद भी देर तक सोए रहना और सूर्यास्त के ठीक बाद सोने की आदत से जीवन में दरिद्रता आती है
जिन लोगों को अपनी धन-संपत्ति का घमंड होता है, उनके पास भी मां लक्ष्मी ज्यादा देर नहीं रहती हैं, ऐसे लोग बौद्धिक रूप से कमजोर होते चले जाते हैं
गरुड़ पुराण में कहा गया है कि, जो लोग मेहनत से भागते हैं, सफलता भी उनसे दूर भागती है. इसीलिए मेहनत से बचने का रास्ता कभी नहीं ढूंढना चाहिए
कुछ लोग खुद कुछ नहीं करते पर हमेशा दूसरो की कमी निकालते रहते है. ऐसे लोगों को समाज में प्रतिष्ठा नहीं मिलती