भारत में मोटोजीपी की रेस का आयोजन 22 से 24 सितंबर से शुरू किया जाएगा. इस रेस को देखने के लिए लोगों में काफी उत्साह देखा जा रहा है.
मोटोजीपी रेस का आयोजन यूपी के ग्रेटर नोएडा के बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट में किया जा रहा है.
मोटोजीपी रेस में भाग लेने वाले राइडर्स का अच्छा एथलीट होना महत्वपूर्ण है. इस रेस के दौरान राइडर्स को काफी सावधानी बरतनी पड़ती है. इस रेस को कड़ी मेहनत के बाद ही राइडर्स जीत सकता है.
370 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार पकड़ने वाले राइडर्स को इसके लिए महीनों तक कड़ी मेहनत करनी पड़ती है.
इस रेस को खत्म करने के बाद राइडक का सामान्य होने में 40 से 60 मिनट तक लग जाता है. रेस खत्म होने के बाद के 60 मिनट बहुत अहम माने जाते हैं.
इस रेस के विशेषज्ञों का कहना है कि रेस के दौरान राइडर का वजन 2 किलो तक कम हो जाता है. इसको मेनटेन करने के लिए राइडर की पूरी टीम मदद करती है.
बाइक रेस के दौरान वजन कम होने को विशेषज्ञ वाटर लॉस कहते हैं. यह तेज रफ्तार की वजह से होता है.
इस सुपर बाइक रेस का आयोजन भारत में पहली बार होने जा रहा है. इसमें विश्व के शीर्ष राइडर्स अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे.
मोटोजीपी और ट्रेड शो में सुरक्षा की जिम्मेदारी साढ़े चार हजार पुलिसकर्मी और जवान संभालेंगे. इनमें पैरामिलिट्री की 5 और PAC की 7 कंपनी शामिल होंगी.