मुलेठी को पानी के साथ उबालें और अदरक, तुलसी भी डालें. इसमें थोड़ी सी शहद डालें और पीएं.
एंटी बैक्टीरियल और एंटी वायरल गुण युक्त मुलेठी की चाय सर्दी-जुकाम में बहुत लाभकारी होता है साथ ही संक्रामक बीमारियां भी दूर होती हैं.
शहद को मुलेठी की गुनगुनी चाय में डालकर पीने से बैली फैट कम किया जा सकता है.
एंटी ऑक्सीडेंट्स और एंटी डायबिटिक गुण वाले मुलेठी की चाय पीने से डायबिटीज कंट्रोल में रहती है.
मुलेठी की चाय पीने से शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है और ब्लड में ग्लूकोज का लेवल बढ़ नहीं पाता है.
पेट से जुड़ी कई तरह की समस्याएं जैसे कि कब्ज़, गैस की समस्या, खट्टी डकार, एसिडिटी जैसी दिक्कतों से मुलेठी की चाय राहत देती है.
मुलेठी पेट दर्द को दूर करने में बहुद मददगार होता है. पेट की सूजन और जलन की समस्या दूर होती है.
मुलेठी की चाय पीने से आपकी पाचन से जुड़ी कई सारी दिक्कतें दूर हो सकती है.
फाइटोएस्ट्रोजन युक्त मुलेठी की चाय पीना से मेनोपॉज के समय 45-50 की उम्र की महिलाओं को होने वाली गर्दन, सीने और चेहरे पर गर्माहट में आराम पहुंचाता है.