हिंदू धर्म में भोजन को भी धर्म से जोड़ कर देखा जाता है. अन्न ही ब्रह्म है. रसोई में मां अन्नपूर्णा का वास होता है. ऐसी मान्यताओं के तहत भोजन और त्योहारों से जुड़े कुछ खास नियम होते हैं, जिनका सभी को पालन करना चाहिए. नागपंचमी पर भी घर में रोटी नहीं बनती है,
नाग पंचमी पर तवे में खाना नहीं पकाना चाहिए. रोटी बनाने के लिए जिस लोहे के तवे का इस्तेमाल किया जाता है उसे नाग का फन माना जाता है. तवे को नाग के फन का प्रतिरूप माना गया है. इसलिए नागपंचमी के दिन आग पर तवा नहीं रखा जाता है.
इस दिन नाग की पूजा का विधान है. इनकी पूजा से राहु-केतु जनित दोष और कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है. इसलिए इस दिन कुछ और काम वर्जित हैं. जैसे- किसी भी काम के लिए जमीन की खुदाई न करें. इस दिन सिलाई, कढ़ाई नहीं करनी चहिए,
दिवाली के दिन भी रोटी नहीं बनानी चाहिए. ज्योतिषीय मान्यताओं के हिसाब से भी मां लक्ष्मी के त्योहारों में विशेष पकवान बनाने की परंपरा है. यही वजह है कि आज भी अधिकांश घरों में इन त्योहारों पर रोटी की जगह पूड़ी बनाई जाती है.