झीलों का शहर कहा जाने वाला नैनीताल अपने में ही एक अलग सुकून समेटे है. इसकी खूबसूरती अपको मंत्र मुग्ध कर देगी. इस अनोखे स्थान के नजारा शायद ही आपको कहीं देखने को मिले.
यह गार्डन पिकनिक और आराम के लिए प्रसिद्ध है. यह सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक खुलता है. वही इसमें जाने के लिए आपको 35 रुपये देने होते है. यह केव 6 छोटी गुफाओं से मिल कर बनी है.
इस झील में आप बोटिंग कर सकते है. झील सभी दिन खुली रहती है. आप चाहें तो बोट चालक के साथ भी बोटिंग कर सकते है. इस झील में बोटिंग का शुल्क इसके सीजन पर निर्भर है.
यह सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक खुलता है लेकिन शनिवार के दिन बंद रहता है. यह नि:शुल्क है. आपको यहां पर दूध जैसी बर्फ से ढका हिमालय देखने को मिलेगा.
टीफिन टॉप भी सभी दिन खुला रहता है. आप यहा घुड़सवारी और शूटिंग जैसी गतिविधियों का आनंद ले सकते है जिसके लिए आपको शुलक देना पढ़ेगा.
यह नैनीताल की सबसे ऊची चोटी है जहां से पूरा नैनीताल दिखता है. यहा से सिर्फ नैनीताल ही नहीं हिमालय और चीन की ग्रेट वॉल ऑफ चीन का थोड़ा सा हिस्सा दिखता है. यह नि:शुल्क है.
यह सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक खुला रहता है. इसमें सुंदर बगीचे हैं जहां पर्यटक भारी मात्रा में घूमने आते है. यह आज के समय में उत्तराखंड के राज्यपाल का निवास है.
यह नैनीताल से सिर्फ 12 किमी दूर है. यहा मीठे पानी की मछलिया बहुतायत में पाई जाती है. हमेशा खुला रहने वाला इस ताल का पानी भी बिल्कुल साफ है.
यह 175 फीट गहरी है. यहां हरा-भरा इलाका है, जहा लोग कैपिंग करने आते है. यह सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक खुला रहता है.
यह नैनीताल के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में से एक है. यह मंदिर 24 घंटे खुला रहता है.