अश्विन महीने में आने वाला नवरात्रि को शारदीय नवरात्रि कहा जाता है. इसमें देवी के नौ रूपों की उपासना की जाती है.
शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 15 अक्टूबर से हो रही है, जिनका समापन 24 अक्टूबर को होगा.
मान्यता है कि नौ दिन घर में देवी माता का वास होता है. इसलिए इस दौरान कुछ खास नियमों और मान्यताओं का पालन करना होता है.
इन्ही में से एक है नाखून और बालों को न काटना. हालांकि नवरात्रि में मुंडन संस्कार किये जाते हैं. जानिए इससे पीछे क्या वजह है.
बालों और नाखूनों को न काटने के पीछे मान्यता है कि ऐसा करना हिंसा के रूप में आता है. साथ ही इससे निगेटिविटी आती है.
हालांकि इसको लेकर लोगों के अलग-अलग मत हैं. कुछ लोग ऐसा नहीं करते हैं जबकि कई लोग इससे बचते हैं.
हालांकि, नवरात्रि के दौरान मुंडन संस्कार की परंपरा बेहद पुरानी है. मान्यता है कि मुंडन बच्चे को शुद्ध करने और किसी भी निगेटिव एनर्जी को दूर करने का तरीका माना जाता है.
ऐसा माना जाता है कि सिर मुंडवाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाती है और आध्यात्मिक विकास और शुद्धता को बढ़ावा मिलता है.
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