ग्रेटर नोएडा की तरह ग्रेटर नोएडा फेस टू के निर्माण की योजना तैयार कर ली गई है.
बनने वाला नया शहर ग्रेटर नोएडा फेस टू सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस होने वाला है.
इस शहर के बसाए जाने से आस-पास के इन 162 गांवो को फायदा होने वाला है.
ग्रेटर नोएडा फेस दो प्रोजेक्ट के लिए अधिसूचना जारी कर दी गई है. अधिसूचना के साथ ये भी आदेश दिया गया है कि अब इन चुने हुए गांवों में किसी भी तरह का अवैध निर्माण नहीं होगा.
अधिसूचना जारी होने के बाद तैयार हुए वर्ग सर्किल में प्रभारी भी तैनात कर दिए गए है.
ग्रेटर नोएडा फेस दो का निर्माण लगभग 35 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में की भूमि में किया जाएगा.
अगर इस शहर को पूरी तरह से बसाने की बात करें तो इसको बसाने में लगभग 20 बर्षों का समय लग सकता है.
इस शहर को टोटल आठ हिस्सों में बांटकर बसाने की योजना तैयार की गई है. मसलन, ड्रेनेज सिस्टम, वाटर सप्लाई, पावर सप्लाई और बाकी इंटरनल इंफ्रास्ट्रक्चर अलग-अलग होगा.
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों का दावा है कि नया ग्रेटर नोएडा शहर भारत का ही नहीं बल्कि एशिया का सबसे सुंदर शहर होगा.
फेस-2 में करीब 40 गांवों की जमीन आएगी. इसमें दादरी तहसील के गांव नई बस्ती, फूलपुर, आनंदपुर, खंदेड़ा, मिलक खंदेड़ा, जारचा, रानौली, खटाना, शाहपुर, छौलस, गेसूपुर
और भराना, जारचा, बादलपुर, सदोपुर, अच्छेजा, बिसाहड़ा, प्यावली, ऊंचा अमीपुर आदि गांव शामिल हैं. इसके अलावा पिलखुवा और गुलावठी के नजदीक के गांव भी आएंगे.