नादरगंज औद्योगिक क्षेत्र में जाने वाले हल्के व भारी वाहन अब सर्विस लेन से सीधे जा सकेंगे. खास तौर पर कानपुर से लखनऊ की ओर आने वाले वाहनों को चौराहे के जाम में फंसकर परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी.
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) अमौसी चौराहे पर एक छोटा फ्लाईओवर बनाने जा रहा है. इससे लखनऊ व कानपुर जाने वाला ट्रैफिक जाम में नहीं फंसेंगे.
90 प्रतिशत वाहन लखनऊ से कानपुर और कानपुर से लखनऊ की तरफ जाते है. 10 प्रतिशत ट्रैफिक स्थानीय है.
यह फ्लाईओवर मात्र 70 मीटर का होगा, लेकिन वाहनों को गति देने में पूरी भूमिका निभाएगा. वहीं औद्योगिक क्षेत्र में अलग-अलग राज्यों से आने वाले वाहन जाम में नहीं फंसेंगे.
नादरगंज चौराहे पर बनने वाला फ्लाईओवर लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे का ही हिस्सा है. एनएचएआई का उद्देश्य है कि लखनऊ से कानपुर के बीच वाहनों की गति धीमी न हो और 63 किमी. का सफर 40 मिनट में पूरा हो सके
यह फ्लाईओवर एक्सप्रेसवे को गति देने में मदद करेगा. चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से कानपुर, उन्नाव व अन्य गंतव्य को जाने वाले हवाई यात्रियों के लिए भी फ्लाईओवर मददगार होगा. उनका भी एयरपोर्ट जाने व आने में समय बचेगा.
लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे का काम जुलाई 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य एनएचएआई ने रखा है. वर्तमान में 60 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है.
एनएचएआई सैनिक स्कूल से बनी तक 18 किमी का एलिवेटेड रूट बना रहा है. इसके आगे 45 किमी. की 6 लेन रोड ग्रीन फील्ड में बनाई जा रही है.