धर्म की रक्षा के लिए कुरुक्षेत्र के मैदान में महाभारत का युद्ध लड़ा गया था, जो 18 दिनों तक चला था. युद्ध के आखिरी में केवल 18 योद्धा ही जीवित बचे थे.
कौरव और पांडवों के बीच हुए महाभारत के युद्ध में कई पराक्रमी योद्धाओं की कहानियां आज भी प्रचलित हैं.
लेकिन जब बात मामा की आती है तो सबको शकुनि का नाम सबसे पहले याद आता है. लेकिन क्या आप जानते हैं शकुनि ही नहीं महाभारत में 5 मामा भी चर्चा में रहे हैं. आइए जानते हैं इनके बारे में.
महाभारत काल में मगध का सम्राट सम्राट जरासंध था,जिसका दामाद कंस था. वह भगवान कृष्ण का मामा था, लेकिन अपनी मौत के भय से वह उनको मारना चाहता था. भगवान कृष्ण ने भाई बलराम के साथ मिलकर कंश का वध किया था.
शकुनि गांधारी के भाई और दुर्योधन के मामा थे. वह कौरवों को छल व कपट की राह सिखाने और पांडवों का विनाश करने में मदद करते थे.
रघुवंश के शल्य पांडवों के मामा थे, लेकिन कौरव भी उन्हें मामा मानकर आदर और सम्मान देते थे. वह पांडु पत्नी माद्री के भाई अर्थात नकुल और सहदेव के सगे मामा थे, उनके पास विशाल सेना थी.
गौतम ऋषि के पुत्र शरद्वान और शरद्वान के पुत्र कृपाचार्य महाभारत युद्ध में कौरवों की ओर से लड़े थे और वह जिंदा बचे 18 महायोद्धाओं में से एक थे.वह अश्वत्थामा के मामा थे. महाभारत के अनुसार कृपाचार्य चिरंजीवी हैं अर्थात वे अभी भी जीवित हैं.
भगवान श्रीकृष्ण अर्जुन पुत्र अभिमन्यु के मामा थे.
पौराणिक पात्रों की यह कहानी धार्मिक मान्यताओं और ग्रंथों में किए गए उल्लेख पर आधारित है. इसके काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.