बाबा रामदेव को दुनियाभर में योग के प्रचार-प्रसार के लिए जाना जाता है. उनके जब भी बात होती है तो उनके सहयोगी आचार्य बालकृष्ण का जिक्र जरूर होता है.
आचार्य बालकृष्ण पतंजलि आयुर्वेद के चेयरमैन और CEO हैं. बहुत कम समय में पतंजलि को बुलंदियों पर पहुंचाने वाले रामदेव और बालकृष्ण ने तेजी से अकूत धन-दौलत इकट्ठा किया है.
आचार्य बालकृष्ण को बाबा रामदेव का राइट हैंड माना जाता है. उनकी संपत्ति का अंदाजा आप इससे लगा सकते हैं कि फोर्ब्स ने उन्हें दुनिया के सबसे रईस लोगों की लिस्ट में शामिल किया है.
फिलहाल आचार्य बालकृष्ण दुनिया के अरबपतियों की लिस्ट में 820वें नंबर पर हैं. वह 51 साल के हैं और भारत के सबसे युवा अमीरों में भी उनकी गिनती होती है.
फोर्ब्स के अनुसार, आचार्य बालकृष्ण की नेटवर्थ फिलहाल 3.9 बिलियन डॉलर पहुंच चुकी है. हर दिन 15 घंटे काम करने वाले बालकृष्ण कंपी से कोई सैलरी नहीं लेते.
आचार्य बालकृष्ण की गिनती जाने-माने आयुर्वेदिक चिकित्सक और मशहूर टीवी पर्सनालिटी में होती है. आमतौर प वह लो प्रोफाइल रहना पसंद करते हैं.
पतंजलि आयुर्वेद में आचार्य बालकृष्ण 94 प्रतिशत हिस्से के मालिक हैं. उनका नाता भारत के साथ-साथ नेपाल से भी है. 4 अगस्त 1972 को हरिद्वार में उनका जन्म हुआ था.
आचार्य बालकृष्ण की मां सुमित्रा देवी और पिता जय वल्लभी सुबेदी नेपाल से आए थे. उनका बचपन नेपाल में ही बीता. भारत वापस आने पर वह हरियाणा के खानपुर गुरुकुल गए.
खानपुर गुरुकुल में वह रामदेव से मिले. 1995 में आचार्य करमवीर के साथ मिलकर बालकृष्ण ने दिव्य योग मंदिर ट्रस्ट बनाया. उस समय यह ट्रस्ट योग की शिक्षा देता था.
धीरे-धीरे रामदेव योग गुरु बने और देश दुनिया में ऐसी प्रसिद्धि हासिल कर ली कि लाखों लोग उन्हें फॉलो करके योग अभ्यास करने लगे.