सहारनपुर और इस शहर के आसपास रहने वालों लोगों को घूमने की कुछ जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं. इन जगहों पर आप बहुत अच्छा महसूस करेंगे.
सहारनपुर मुख्यालय से 38 किलोमीटर दूर शिवालिक पहाड़ियों में स्थित माता शाकंभरी देवी मंदिर है. पौराणिक कथाओं की मान्यता के अनुसार जब दुर्गमासुर नाम के राक्षस से लोग भयभीत थे, तब देवताओं ने माँ शाकंभरी देवी का आह्वान किया था. इस पर माँ शाकंभरी देवी ने उक्त दानव का वध किया था.
सहारनपुर का कंपनी गार्डन पार्क सबसे अलग है. पार्क में विभिन्न प्रकार के पेड़-पौधे की विभिन्न प्रजातियां देखने को मिल जाती है.
सहारनपुर के देवबंद स्थित मुजफ्फरनगर रोड पर त्रिपुर माँ बाला सुंदरी देवी का मंदिर दूर-दूर तक प्रसिद्ध है. इस धार्मिक स्थल पर दर्शन करने श्रद्धालु दूर-दूर से आते हैं. हर साल इस मंदिर में चैत्र मास की चतुर्दशी पर एक भव्य मेले का आयोजन होता है.
फुलवारी आश्रम स्वतंत्रता संग्राम का गवाह रहा है. यहां पर देश की आजादी की लड़ाई के दौरान शहीद-ए-आजम फुलवारी आश्रम में बने ठाकुर जी के मंदिर की गुम्मद में एक रात छिपे रहे थे.
प्रयागराज ही नहीं सहारनपुर में भी गंगा-यमुना का संगम है. यहां पर लोग दूरदराज से पूजा पाठ और घूमने के लिए आते हैं. सहारनपुर के गांव कुआंखेड़ा स्थित गंगा और यमुना का मिलन हो रहा है, जिसको पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया गया है.
सर्दियों को सहारनपुर की यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय माना जाता है, खासकर अक्टूबर से फरवरी तक, जब मौसम सुहावना होता है.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि स्वयं करें. एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.