बच्चे को जन्म देने के बाद मां का शरीर काफी नाजुक और कमजोर हो जाता है. डिलीवरी के दौरान मां को कई तरह की तकलीफों का सामना करना पड़ता है.
इसलिए मां और बच्चे का विशेष ख्याल रखने की जरूरत होती है. अन्यथा दोनों को ही तमाम तरह की परेशानियां घेर सकती हैं.
जो महिला अकेली रहती है या पहली बार मां बनी हैं उन्हें इस बात की ज्यादा जानकारी नहीं होती है. ऐसे में WHO की गाइडलाइंस आपके लिए मददगार साबित हो सकती है.
ब्रेस्टफीडिंग कराने से सिर्फ बच्चे को ही पोषण नहीं मिलता, बल्कि मां को भी सेहत संबंधी तमाम लाभ मिलते हैं. मां का दूध बच्चे के लिए सर्वोत्तम आहार माना गया है.
डिलीवरी के बाद महिलाओं का शरीर पहले जैसा नहीं रहता. ऐसे में अक्सर महिलाएं पोस्टपार्टम डिप्रेशन की शिकार हो जाती हैं.
बच्चे को जन्म देने के बाद महिलाओं को अपना हेल्थ चेकअप जरूर करवाना चाहिए. इसके अलावा नियमित रूप से स्क्रीनिंग भी करानी चाहिए.
बच्चे को जन्म देने के बाद महिलाओं का शरीर काफी कमजोर हो जाता है. ऐसे में उन्हें अपनी डाइट का खास ख्याल रखने की जरूरत होती है.
महिलाएं अपनी डाइट में साबुत अनाज, सब्जी और फल के साथ-साथ प्रोटीन से युक्त चीजों को अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं. यह आपकी सेहत के लिए और बच्चे के लिए भी काफी लाभदायक होती है.
महिलाएं इस बात का खास ख्याल रखें कि उनको पानी की कमी न हो. नियमित रूप से पानी पीती रहें.