प्रेमानंद जी महाराज हमेशा जीवन से जुड़ी महत्वपूर्ण बातों को शेयर करते हैं.
ऐसे ही एक वीडियो में प्रेमानंद जी महाराज ने बताया कि प्यार और स्वार्थ में आखिर क्या फर्क है.
प्रेमानंद जी महाराज ने उदाहरण दिया कि हम आपसे इतना प्यार करते हैं हमारी बात क्यों नहीं मानी. हम आपसे इतना प्यार करते हैं आप ऐसा करें.
आप ऐसा इस तरह बोले, ऐसे प्यार नहीं होता स्वार्थ होता है, जिसे हम प्यार से प्यार का लेबल लगा देते हैं.
प्रेम का रहस्य आपको तब समझ में आएगा, जब दिमाग में परमार्थ की बात पड़ें.
प्रेमानंद जी महाराज ने कहा कि आचरण तुम्हारे ठीक हों. तब प्रेम समझ में आएगा. प्रेम निस्वार्थ होना चाहिए.
उन्होंने बताया कि किसी से प्रेम में है तो आप ये मत जताएं कि मैं प्रेम करता हूं आपसे या करती हूं. ये मत कीजिए.
प्रेम और स्वार्थ के बीच इतना ही फर्क है. यह बारीक फर्क समझना हर किसी के लिए जरूरी है
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