कौन हैं महाराज प्रेमानंद गोबिंद शरण, अनुष्का और विराट कोहली भी हैं जिनके भक्त
महाराज प्रेमानंद गोबिंद शरण राधा रानी के अनन्य भक्त हैं. जानें उनके जीवन के कुछ महत्त्वपूर्ण पहलू.
महाराज प्रेमानंद वृन्दावन में रहते हैं . यहाँ भक्त उनके दर्शन कर सकते हैं.
दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली अपनी पत्नी और बेटी के साथ इसी साल उनके दर्शन के लिए पहुंचे थे.
महाराज जी का जन्म उत्तर प्रदेश कानपुर के एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था. उनका नाम अनिरुद्ध पांडे था
इनके पिता भी संस्यासी थे. माता पिता दोनों साधु संतो की सेवा करते थे. वह अक्सर सोचते कि घर के सभी सदस्य एक न एक दिन मर जायेंगे तो फिर मेरा इस दुनिया में कौन होगा मैं किसके पास रहूंगा.
महाराज ने भी अध्यात्म का रास्ता चुन लिया और घर त्याग दिया. वह श्री कृष्ण गोबिंद हरे मुरारी का जाप करने लगे.
बाबा जी का ज्यादातर जीवन गंगा नदी के किनारे बीता, वह वाराणसी के अस्सीघाट और हरिद्वार के बीच ही घूमते थे.
दीक्षा में रोटी मिल जाती थी उसका सेवन करते थे. कड़ाके की ठण्ड में भी गंगा में तीन बार डुबकी लगाते थे.
महाराज जी बहुत दिनों तक भूखे प्यासे भी रहते थे. जैसा खाने पाने को मिलता था उसको स्वीकार कर लेते थे
एक दिन वह किसी शिष्य की मदद से मथुरा जाने वाली ट्रेन में सवार हुए और दीक्षा के लिए मोहितमल गोस्वामी के सानिध्य में आ गए.
माना जाता है कि प्रेमानंद महाराज ने वृंदावन आने के बाद महाराज जी श्री चैतन्य महाप्रभु की लीलाएं देखते थे और रात को रासलीला देखते थे इसके.बाद उन्होंने सन्यास मार्ग को त्याग कर भक्ति मार्ग को चुन लिया.
कुछ दिनों बाद महाराज जी अपने वर्तमान के सतगुरु जी को मिले जिनका नाम श्री गौरंगी शरण जी महाराज है जिन्होंने महाराज जी को सेंचरी भाव के प्रति प्रेरित किया.
श्री राधा रानी के चरणों के प्रति उनके हृदय में प्रति भक्ति अथवा श्रद्धा उत्पन्न हो गई. उनके प्रवचनों को सुनने देश विदेश से लोग आते हैं.