रामचरित मानस की चौपाई अलग अलग उद्येश्य से पढ़ा जाए तो लाभ होता है. सभी काम सिद्ध होते हैं.
आइए जानें कि घर से बाहर निकलते समय आप रामचरित मानस की कौन-सी चौपाई पढ़ें ताकि काम सफल हो.
जब भी घर से बाहर निकलते हैं तो इस चौपाई को पढ़ लें- ‘प्रबिसि नगर कीजे सब काजा, हृदय राखि कोसलपुर राजा’
इस बताए गए रामचरित मानस की चौपाई को पढ़कर अगर घर से निकले तो कां सिद्ध होते हैं और आत्मविश्वास भी बढ़ता है.
अगर आप किसी कार्य को प्रारंभ करने जा रहे हैं तो इस चौपाई को पढ़ें- को शुरू करना चाहते हैं, तो ‘गरल सुधा रिपु करहिं मिताई, गोपद सिंधु अनल सितलाई’
किसी परीक्षा में बैठना है तो आपको इस चौपाई का पाठ करना चाहिए- ‘मोरि सुधारहिं सो सब भांती। जासु कृपा नहिं कृपा अघाती’
गरीबी को दूर करना चाहते हैं तो इस चौपाई को पढ़ें- करने के लिए ‘अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के। कामद धन दारिद्र दवारिके’ दरिद्रता दूर होने लगेगी.
बीमारी से मुक्ति के लिए रामचरित मानस के इस चौपाई को पढ़ें- ‘दैहिक दैविक भौतिक तापा। राम काज नहिं काहुहिं व्यापा’.
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