रामायण में रावण का जिक्र कई जगहों पर होता है. रावण बड़ा शिवभक्त था और बहुत ताकतवर था.
रावण अपनी बुद्धि और ताकत के आधार पर किसी को भी हराने की क्षमता रखता था. यही घमंड उसके नाश की वजह बन गया.
राम भक्त हनुमान ने उसकी सोने की लंका जला दी. भगवान राम ने उसका वध कर दिया.
क्या आप जानते हैं कि रावण अपने परिवार में एक शख्स से डरता था. जानिए किससे लंकापति खौफ खाता था.
विभीषण की बेटी से रावण डरता था. अपनी भतीजी के सामने आते ही वह खौफ खाता था. इसके पीछे भी कारण है.
विभीषण की इस बेटी का नाम त्रिजटा था. वह बहुत ही तेजस्वी और ज्ञानी थी.
राक्षस कुल में जन्म लेने के बाद भी त्रिजटा बहुत ही सात्विक विचारों वाली थी. वह भगवान का जप करने वाली थी.
त्रिजटा इतनी ओजस्वी थी कि रावण उसके सामने आने से डरता था और थर-थर कांपता था. जो रावण किसी से नहीं डरता था वो अपने भाई की बेटी से डरता था.
ऐसा कहा जाता है कि त्रिजटा ने पहले ही राम और रावण के युद्ध की भविष्यवाणी कर दी थी.
त्रिजटा ने बता दिया था कि इस युद्ध में रावण का सर्वनाश हो जाएगा.
वो त्रिजटा ही थी जो वाटिका में मां सीता के साथ थी और राक्षसों से रक्षा की थी.
यहां बताई गई सारी बातें धार्मिक मान्यताओं पर आधारित हैं. इसकी विषय सामग्री और एआई द्वारा काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.