सौतेली मां के इश्क में पागल था वो मुगल बादशाह, जिसे मिली खौफनाक सजा

Jun 18, 2024

मुगल साम्राज्य

भारत पर मुगलों ने लंबे समय तक शासन किया. इनके शासन काल में ऐसी कई चीजे हुईं जो लोगों को आश्चर्य में डाल देती हैं.

यकीन करना होगा मुश्किल

आज हम आपको ऐसी ही कहानी के बारे में बता रहे हैं जिसको जानकर आपको यकीन करना मुश्किल हो जाएगा.

सौतेल बेटे से प्यार

ऐसी ही एक कहानी मुगल रानी की है जिसको अपने सौतेले बेटे से प्यार हो जाता है,

कहानी अनारकली की

यहां पर हम बात कर रहे हैं अनारकली की, जिनका असली नाम नादिरा बेगम था.

किया था निकाह

पाकिस्तानी अखबार में डॉन विलियम फिंच की रिपोर्ट के मुताबिक, अनारकली अकबर की पत्नियों में से एक थी.

दासी अनारकली

पहले अकबर ने अनारकली को अपनी दासी बनाया था. रिपोर्ट के मुताबिक अकबर और अनारकली का एक बेटा भी था.

बेटे से प्यार

मुगल बादशाह अकबर की अनारकली से उनके बेटे जहांगीर को प्यार हो गया था. वह जहांगीर की सौतेली मां थीं.

दो औरतों का खासतौर पर जिक्र

सलीम की जिंदगी में दो औरतों का खासतौर पर जिक्र होता है. एक अनारकली और दूसरी नूरजहां का.

नूरजहां

अनारकली वह थी जिसके लिए बाप-बेटे आमने-सामने हुए. मेहरुन्निसा (नूरजहां ) खुशनसीब थी. वह मलिका-ए-हिंदुस्तान बनी.

अकबर को भनक

जब इस बात की खबर अकबर को लगी तो दोनों को खूब समझाया पर नहीं माने. दोनों के बीच प्यार कम नहीं हुआ.

दीवार में चुनवाया

रिपोर्ट्स के मुताबिक जिसके बाद अकबर ने अनारकली को दीवार में चुनवा दिया.

अनारकली की कब्र

तारीख ए लाहौर किताब में सैयद अब्दुल लतीफ लिखते हैं कि अनारकली की कब्र पर 1599 तारीख दर्ज है, जो उसकी मौत का साल है.

लाहौर में एक मकबरा

तुजुक ए जहांगीरी में लिखा है कि लाहौर में एक मकबरा है जिसे अनारकली मकबरा के नाम से जाना जाता है.

प्रेम कहानी का प्रतीक

जहांगीर द्वारा बनया गया यह मकबरा सलीम और अनारकली की प्रेम कहानी के प्रतीक के रूप में जाना जाता है.

डिस्क्लेमर

मुगलकालीन पात्रों की यह कहानी मान्यताओं और इतिहासकारों की पुस्तकों में किए गए उल्लेख पर आधारित है. इसके एआई द्वारा काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.

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