आचार्य चाणक्य ने पति-पत्नी का रिश्ता मजबूत बनाने पर जोर दिया है. चाणक्य नीति के अनुसार, शादी के बाद पति-पत्नी को इन नियमों का पालन करना चाहिए.
चाणक्य नीति के मुताबिक, हर महिला को शादी के बाद रोज सुबह और शाम अपने पति के पैर छूने चाहिए, क्योंकि इससे परिवार में खुशियां बनी रहेंगी.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि अगर पति नियमित रूप से शाम को काम से घर आता है तो उसकी पत्नी को ऐसा जरूर करना चाहिए. इससे घर में प्यार बना रहेगा.
आचार्य चाणक्य कहते हैं जिस तरह महिलाएं अपने बड़ों के पैर छूकर आशीर्वाद लेती हैं, उसी तरह अपने पति के पैर छूने चाहिए. इससे उनका वैवाहिक जीवन सुखमय रहेगा.
आचार्य चाणक्य कहते हैं जो पत्नी ऐसा करती है वो समर्पण की निशानी मानी जाती है. इससे पति-पत्नी के बीच प्यार बढ़ता है. घर में सुख, संपत्ति, सुख-शांति बनी रहेगी.
चाणक्य नीति में कहा गया है कि पुरुषों या पतियों को विशेषकर भोजन करने वाली पत्नियों या स्त्रियों की ओर नहीं देखना चाहिए. इसे शिष्टाचार के विरुद्ध माना जाता है.
ऐसा करने से महिलाएं असहज हो जाती हैं. वे ठीक से नहीं खा पाती हैं. इसके अलावा छींक आने पर महिलाओं को उसकी तरफ नहीं देखना चाहिए. इससे उन्हें शर्मिंदगी होती है.
चाणक्य नीति के मुताबिक, पति को कभी अपनी पत्नी को कपड़े बदलते समय नहीं देखना चाहिए. इसके अलावा जो महिला अपने बच्चे को स्तनपान कराती है, उसे नहीं देखना चाहिए.
चाणक्य नीति में बताया गया है कि पति को कभी अपनी सजती-सवंरती पत्नी को नहीं देखना चाहिए. इससे वैवाहिक जीवन पर असर पड़ता है.
यहां दी गई जानकारियां लोक मान्यताओं और चाणक्य नीति पर आधारित हैं. इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. Zeeupuk इसकी किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है.