शनि ग्रह सभी 9 ग्रहों में सबसे धीमी चाल से चलने वाले ग्रह हैं. यह किसी एक राशि में करीब ढाई वर्षों तक रहते हैं.
शनि की धीमी चाल चलने की वजह से इनका शुभ-अशुभ प्रभाव सभी लोगों के जीवन में काफी देर तक रहता है.
शनि ग्रह को क्रूर ग्रह भी माना जाता है और यह व्यक्ति को उनके कर्मों के आधार पर ही फल प्रदान करते हैं
अपने ऊपर से शनि के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए हर शनिवार के दिन पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं.
शनि की साढ़ेसाती, ढैय्या और अशुभ द्दष्टि को बहुत ही कष्टकारी माना जाता है.
शनि के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ और शिवलिंग का जलाभिषेक करें.
भगवान शनिदेव से जुड़े ‘ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः’ और ‘ॐ शं शनिश्चरायै नमः’ इन दो मंत्रों का जाप करें.