हिन्दू धर्म में 33 कोटि देवी देवता हैं जिनकी पूजा पूरे भारत में होती है. उन्हीं में से एक देवी हैं माता काली. मां काली को दुर्गा माता के विभिन्न प्रकार के अवतारों में से एक अवतार माना जाता है.
सामान्य साधना से भी आप मां काली को खुश के सकते हैं, जिनसे भी काली माता खुश हो जाती है. समझो उसका बेडा पार हो जाता है. काली प्रसन्न होने पर अपने भक्तों की सभी इच्छा को पूरा करने का काम करती हैं
मां काली का रूप काफी डरावना है. लेकिन मनुष्य मां की सच्चे मन से आराधना कर सभी प्रकार के डर से मुक्त हो सकता है. मन में सच्ची लगन और साफ़ भाव से मां की पूजा करने से सभी बिगड़े काम बन जाते हैं.
बहुत से लोगों को मां काली की पूजा कैसे करनी है, वो नहीं जानते हैं. मां काली की पूजा करने से पहले आपके मन में उनके प्रति श्रद्धा होनी चाहिए.
मां काली की पूजा करने के लिए आप रोली,चंदन, कुमकुम,अक्षत, एक लोटा पानी,फूल, प्रसाद, कुश, धूपबत्ती, माचिस, दीपक, काली चालीसा या काली जी की आरती की किताब रख लें.
मां काली को गुड़हल का फूल बेहद ही प्रिय है, जो भी व्यक्ति मां काली की पूजा करने के दौरान माता को गुड़हल के फूल अर्पित करता है. उसकी मां काली सभी मनोकामना पूरी करती है.
मां काली की पूजा करने के दौरान उन्हें केले का फूल चढ़ाने से भी आपकी हर प्रार्थना पूरी होती है.
शनिवार के दिन मां काली को नींबूओं की एक माला चढ़ाये. ध्यान रखिये कि माला बनाते समय मंत्रोच्चारण करते हुए प्रार्थना करें कि उन शत्रुओं का शमन होता जा रहा है और सभी शत्रु कमजोर होकर आप से हार चुके हैं