धर्म की रक्षा के लिए कुरुक्षेत्र के मैदान में महाभारत का युद्ध लड़ा गया था, जो 18 दिनों तक चला था.
कौरव और पांडवों के बीच हुए महाभारत के युद्ध में कई पराक्रमी योद्धाओं की कहानियां आज भी प्रचलित हैं.
क्या आप जानते हैं, महाभारत में एक ऐसा भी पात्र था जिसकी एक लाख पत्नियां और हजारों पुत्र थे.
इनका नाम है शशबिन्दु जो चित्ररथ के बेटे थे. शशबिन्दु बड़ा प्रतापी, धर्मनिष्ठ, ब्राह्मण भक्त और दानप्रिय राजा था.
शशबिन्दु ने दस लाख यज्ञ करने का निश्चय किया. अश्वमेध यज्ञ करके उसने अपने सभी पुत्र ब्राह्मणों को दान में दे दिए थे.
महाभारत के अनुसार यम सभा में रहकर यम की पूजा करते थे.
संजय को समझाते हुए नारदजी ने शशबिन्दु के चरित्र तथा दान आदि का वर्णन किया था.
प्राचीन काल में राजा शशबिन्दु के एक लाख स्त्रियां थीं, शशबिन्दु को प्रत्येक रानी से एक एक हज़ार पुत्र थे.
पौराणिक पात्रों की यह कहानी धार्मिक मान्यताओं और ग्रंथों में किए गए उल्लेख पर आधारित है. इसके काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.