आंखों में दर्द आंखों के दर्द को शीशम के पत्ते कम कर सकते हैं. दर्द-जलन होने पर अगर शीशम के पत्तों का रस को शहद के साथ मिक्स करके सेवन करें तो लाभ होता है.
पैर की नसों में दर्द साइटिका के दर्द में अगर शीशम की 40 ग्राम छाल को 250 ग्राम पानी में उबालें, यह एक चौथाई कम हो जाए तो छान लें, ठंडा होने पर दिन में तीन बार इसे 10-10 ग्राम दूध सेवन करें.
ब्लड डिसऑर्डर खून साफ करना है तो शीशम की लकड़ी का 500 ग्राम चूर्ण 1.5 लीटर पानी में मिक्स करके 8 घंटे तक रख दें और फिर उबालें. सिरप की तरह हर दिन इसके सेवन करें.
छाले शीशम के 10-15 पत्ते लें और पानी में उबालकर इसका काढ़ा बनाएं. 21 दिन तक सुबह-शाम पीने इसका सेवन करें, फायदा मिलेगा.
यूरिन इंफेक्शन यूरिन इंफेक्शन की दिक्कत होने पर 2-3 बार शीशम के पत्तों का 50 ग्राम काढ़ा पी लें.
स्किन डिजीज स्किन पर खुजली होने या ड्राईनेस व जलन की शिकायत होने पर शीशम का तेल लगाएं. लाभ होगा.
उल्टी कई बीमारियों में उल्टी लग जाती है. ऐसे में शीशम के पत्तों का 1 कप काढ़े का सेवन करें.