भगवान शिव की कृपा पाने के लिए वैसे तो बस भक्ति के साथ एक लोटे का जल ही काफी है.
धर्म शास्त्रों में शिवलिंग पर जल और बेलपत्र चढ़ाने का विशेष महत्व बताया गया है.
शिवलिंग पर इन चीजों को चढ़ाने से भगवान शिव जल्दी खुश होते हैं.
क्या आप जानते हैं शिवलिंग पर जल चढ़ाने के नियम हैं और इनका ध्यान भी जरूरी है.
शिवलिंग पर प्रात 5 बजे से लेकर 11 बजे तक जल चढ़ाना शुभ माना जाता है.
शिव पुराण के अनुसार सूर्यास्त के बाद शिवलिंग पर जल नहीं चढ़ाया जाता है.
शिवलिंग का श्रंगार होने के बाद भी जल अभिषेक नहीं किया जाता है. ये वर्जित है.
लेकिन खास दिन जैसे महाशिवरात्रि और सावन शिवरात्रि को शाम को भी जल चढ़ा सकते हैं.
ऐसी मान्यता है कि सूर्यास्त के बाद शिवलिंग पर जलाभिषेक करने का महत्व नहीं होता है.
ऐसा इसलिए किसी भी पूजा में सूर्य देव को साक्षी माना जाता है.
यहां दी गई सभी जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. Zeeupuk इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.