श्रीनगर उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में है. श्रीनगर सबसे अधिक चर्चा में तब आया जब वह गढ़वाल की राजधानी बना.
श्रीनगर अलकनंदा नदी के बाएं किनारे पर स्थित है.यह ऋषिकेश से 104 किमी दूर है. श्रीनगर कोटद्वार के रास्ते भी पहुंचा जा सकता है.
राजा अजय पाल ने 1506-1512 ई. के दौरान गढ़वाल साम्राज्य की स्थापना की और श्रीनगर को राजधानी बनाया.
इसके बाद गोरखाओं ने 1803 में गढ़वाल पर हमला कर दिया. उन्होंने जनवरी 1804 में गढ़वाल के राजा प्रद्युम्न शाह को हराया. श्रीनगर 1806 से 1815 ई. तक गोरखा शासन में रहा.
इसके बाद गोरखाओं को अंग्रेजों ने हराया और श्रीनगर ब्रिटिश गढ़वाल का हिस्सा बन गया.
आपको बता दें कि पुराना श्रीनगर शहर गोहना झील बांध के फटने से नष्ट हो गया था.
श्रीनगर में हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय भी है जो कि एक सेंट्रल यूनिवर्सिटी है.
आज श्रीनगर एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और शैक्षिक केंद्र है. यह गढ़वाल का एक अहम बाजार है.
श्रीनगर में कई मंदिर और स्मारक हैं और सैलानियों के ठहरने और घूमने के लिए कई जगहें हैं.