यूपी का वो शहर जहां के वैश्य राजपूत भी बने सुल्तान, कभी बनी थी अवध की राजधानी

Shailjakant Mishra
May 24, 2024

सुल्तानपुर की पहचान

यूपी का सुल्तानपुर जिला धार्मिक और राजनीतिक दोनों रूप में खास पहचान रखता है. पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी यहां से मौजूदा सांसद हैं.

तपोस्थली

सुल्तानपुर को महर्षि वाल्मीकि और दुर्वाशा ऋषि जैसे मुनियों की तपोस्थली माना जाता है.

कुशभवनपुर

प्राचीन काल में सुलतानपुर का नाम कुशभवनपुर था जो कालांतर मे बदलते बदलते सुलतानपुर हो गया.

कुश ने बसाया शहर

कहा जाता है कि इस शहर को भगवान श्रीराम के पुत्र कुश ने बसाया था. इसीलिए इसका नाम कुशभवनपुर पड़ा.

भगवान राम ने किया स्नान

पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक भगवान राम ने वनवास के समय यहां के सीता कुंड में स्नान किया था. यहीं मां सीता भी ठहरी थीं.

मुगलकाल में बदला नाम

इसका नाम मुगलकाल में बदल गया और यह सुल्तानपुर के नाम से जाना जाने लगा.

सुल्तान की उपाधि

मध्यकाल में खिलजी वंश के शासकों ने यहां के राजा नंद कुंवर भर को हराकर यहां के वैश्य राजपूतों को सुल्तान की उपाधि दी.

ऐसे पड़ा नाम

इसी सुल्तान की उपाधि के चलते ही इस नगर को सुल्तानपुर कहा जाने लगा.

राजभरों का आधिपत्य

मोहम्म्द गोरी के आक्रमण के पूर्व यह राजभरों के अधिपत्य मे था. जिनके जनपद में तीन राज्य इसौली, कुलपुर व दादर थे, आज भी उनके किलों मेंअवशेष हैं, जो तत्कालीन गौरव व समृद्धि को मुखरित करते हैं.

डिस्क्लेमर

यहां दी गई सभी जानकारियां इंटरनेट पर उपलब्ध तथ्यों पर आधारित हैं. Zeeupuk इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है.

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