रात में सोते समय दांत किटकिटाना इन बड़ी बीमारियों का संकेत, आज ही हो जाएं अलर्ट

Preeti Chauhan
Oct 24, 2023

दांत किटकिटाना

अक्सर आपने सुना होगा या देखा होगा कि कुछ लोग नींद में दांत किटकिटाते हैं या दातों को पीसने लगते हैं. नींद में दांत पीसने को मेडिकल भाषा में ब्रक्सिज्म (bruxism) कहा जाता है.

ब्रक्सिजम के लक्षण

धीमा और लगातार बना रहने वाला सिरदर्द, जबड़े में पीड़ा, गर्मी, ठंडक या ब्रश करने पर दांतों में झनझनाहट, मसूड़ों की सूजन ब्रक्सिजम के लक्षण हो सकते हैं. डॉक्टर से संपर्क करें.

दर्द जैसी समस्याएं

नींद में दांत पीसने से सिरदर्द, दांत गिरना और मुंह में कई तरह के दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं. इस आदत से दांतों को नुकसान हो सकता है.

दांत फ्रैक्चर

गंभीर रूप से दांत पीसने से दांत फ्रैक्चर हो सकता है, टूट सकते हैं या ढीले भी पड़ सकते हैं. यह आपके जबड़ों को प्रभावित कर सकता है. आइए जानते हैं कि हम इससे कैसे बच सकते हैं.

हल्दी मिला दूध

हल्दी में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं. जिससे ये जबड़ों में अकड़न, सूजन और दर्द आदि को दूर कर उन्हें आराम प्रदान करने में कारगर है.

कैफीन से बचें

आप भी ब्रक्सिज्म से पीड़ित हैं तो सोडा, कॉफी और एनर्जी ड्रिंक्स लेना बंद कर दें. कैफीन उत्तेजक पदार्थ दिमाग, जबड़े की मांसपेशियों को, खासतौर से रात में विश्राम नहीं करने देगा.

पेंसिल-पेन न चबाएं

अगर आप तनाव होने पर पेंसिल या पेन चबाते हैं, तो इस आदत को छोड़ दें. आदत छुड़ाने के लिए चूइंग गम या मिंट ले सकते हैं.

तनाव न लें

दांत पीसने का एक बहुत बड़ा कारण तनाव है. ऐसे में तनाव कम करने के लिए स्ट्रेस काउंसिलिंग में शामिल हो सकते हैं.

जबड़े की स्ट्रेचिंग

जबड़े को बार-बार ऊपर नीचे, आगे पीछे की ओर स्ट्रेच कर सकते हैं.च्यूंगम चबाकर भी आप जबड़ों की एक्सरसाइज कर सकते हैं.

Disclaimer

यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE UPUK इसकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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