श्रीकृष्ण चंद्र शास्त्री (ठाकुर जी) एक जानेमाने कथावाचक हैं. अध्यात्मिक जगत से जुड़े वैसे तो बहुत से कथावाचक हैं लेकिन कृष्ण चंद्र ठाकुर जी की अलग बात है.
कृष्ण चंद्र ठाकुर जी के बारे में कहते हैं वे अद्भुत तरीके से कथा सुनाते हैं. भागवत कथा सुनाते समय ऐसा लगता है कि उनकी वाणी में साक्षात सरस्वती मां का वास है.
देवी कृष्णप्रिया जी का जन्म मथुरा (Mathura) में एक धार्मिक ब्राह्मण परिवार में हुआ. मात्र 27 वर्ष की आयु में देवी कृष्णप्रिया ने अपने ज्ञान और आध्यात्मिक शक्ति से पूरे देश में अपनी एक अलग पहचान बनाई.
नेहा सारस्वत 7 साल की उम्र से ही श्रीमदभागवत गीता का प्रचार-प्रसार करती आ रही हैं. अलीगढ़ की निवासी नेहा सारस्वत के भजन भी काफी पसंद किए जाते हैं.
कथावाचिका निधी सारस्वत (Nidhi Saraswat) भी अलीगढ़ की है और देश- विदेशों में कथा का वाचन करने जाती है. लंदन में एनआरआई इंस्टीट्यूट कनेक्टिंग इंडियन डायस्पोरा ने उनको सम्मानित भी किया है.
आध्यात्मिक गुरु और कथावाचक के रूप में मोरारी बापू प्रसिद्ध हैं. सोशल मीडिया पर इनके सुविचार आते रहते हैं, प्रवचन आदि के वीडियो भी खूब वायरल होते रहते हैं. देश-विदेश में मोरारी बापू रामकथा का आयोजन करते हैं.
देवकीनंदन ठाकुर जी लंबे समय से प्रवचन देते आ रहे हैं. धर्मार्थ कार्यों के लिए भी यूपी रत्न से इन्हें सम्मानित किया जा चुका है. श्री भागवत कथा, राम कथा, देवी भागवत, शिवपुराण , गीता आदि पर इसके प्रवचन होते हैं.
कथा वाचन में एक जया किशोरी का नाम प्रसिद्ध है. राजस्थान के गौड़ ब्राह्मण परिवार में जया का जन्म हुआ जिनकी आज फैन फॉलोइंग काफी ज्यादा है. जया किशोरी ने बहुत कम उम्र में भी कथा सुनाना शरू कर दिया था.
जया किशोरी ने बहुत कम उम्र में सार्वजनिक भाषण देना शुरू कर दिया था. उनका जन्म 13 जुलाई 1996 को सुजानगढ़, राजस्थान में हुआ था.
इंटरनेट पर जया किशोरी की फीस व उनकी कथाओं पर होने वाले खर्च की काफई चर्चा की जाती है. जया किशोरी के मोटिवेशनल वीडियो को लोग खूब पसंद करते हैं.