भारत में कई ऐसे प्रशासनिक अधिकारी मौजूद हैं, जिनके नाम से अपराधी खौफ खाते हैं. इनकी बहादुरी के किस्से भी खूब मशहूर हैं.आइए जानते हैं इनके बारे में.
2018 बैच की बिहार कार्डर की आईपीएस नवजोत की तैनाती पटना में है. उनके नाम से भी अपराधी थरथर कांपते हैं.
1981 बैच की आईपीएस मीरा बोरवणकर महाराष्ट्र कार्डर की आईपीएस हैं. फिल्म मर्दानी इन्हीं के जीवन से प्रेरणा लेकर बनाई गयी थी. उनसे अंडरवर्ल्ड डॉन भी खौफ खाते थे.
2012 बैच की आंध्रा कार्डर की आईपीएस चंदना दीप्ति तेलंगना राज्य के मेदक जिले की एसपी हैं. इनकी छवि तेज तर्रार अफसरों वाली है.
राजस्थान बैच के 2016 की आईपीएस अमृता पेशे से डॉक्टर थीं, हाल ही में उन्होंने लॉरेस गैंग के कई खूंखार अपराधियों को गिरफ्तार किया है.
2012 बैच की केरल कार्डर की आईपीएस मेरिन जोसेफ चर्चा में तब आईं, जब उन्होंने केरल के एक रेपिस्ट को दुबई से पकड़ के लाया था.
2006 बैच की असम-मेघालय कार्डर की आईपीएस संजुक्ता परासर आये दिन नक्सली प्रभावित क्षेत्र मे सर्च ऑपरेशन चलाती रहती हैं. पुलिस महकमे में वह लेडी सिघंम के नाम से मशहूर हैं.
पूर्व केन्द्रीय मंत्री आरसीपी सिंह की बेटी लिपि सिह चर्चा में तब आईं जब उन्होंने बाहुबली नेता अंनत सिंह को गिरफ्तार किया.
2018 बैच की आईपीएस अंकिता शर्मा की गिनती उन अफसरों में होती है, जिनका नाम सुनकर अपराधियों के होश उड़ जाते हैं. होम कार्डर मे तैनात अंकिता नक्सलियों के लिए मौत का दूसरा नाम हैं.
2010 बैच की मध्य प्रदेश कार्डर की IPS काफी चर्चित अधिकारी हैं. उनको अपराधियों के लिए डर का दूसरा नाम कहा जाता है.
2002 बैच की कर्नाटक कार्डर की आईपीएस सोनिया नारंग की गिनती कड़क अफसरों में होती है. वह 2006 में एक बीजेपी नेता को थप्पड़ मारने की वजह से सुर्खियों में आई थीं.