हल्दी हमारे शरीर के लिए वरदान है. इसमें अनेक रोगों से लड़ने की ताकत है. हल्दी पाउडर के मुकाबले कच्ची हल्दी का रस ज्यादा फायदेमंद है. यहाँ जानें हल्दी किन किन रोगों से बचाती है.
हमारी रसोई में हजारों सालों से हल्दी का उपयोग किया जा रहा है. इसमें पाया जाने वाले तत्व करक्यूमिनोइड्स और वोलाटाइल तेल कैंसर रोग तक से लड़ने के लिए भी जाने जाते हैं. हल्दी का उपयोग पाचन तंत्र को सुधारने के लिए भी किया जाता यही, इसके साथ ही शरीर के किसी भी हिस्से में सूजन कम करने के लिए भी हल्दी का उपयोग किया जाता है. कच्ची हल्दी, हल्दी पाउडर से कई गुना बेहतर है. इसलिए जितना संभव हो कच्ची हल्दी का इस्तेमाल करना चाहिए. हल्दी का इस्तेमाल किन किन फायदों के लिए कैसे करना है यहां विस्तार से पढ़ें.
चेहरे पर उम्र का असर छिपाने के लिए तीन चम्मच बेसन में एक चौथाई चम्मच हल्दी पाउडर और पानी मिलाकर पेस्ट बनाएं. पानी की जगह गुलाब जल या कच्चा दूध भी मिलाया जा सकता है, अब इस पेस्ट को चेहरे पर लगाकर सूखने दें और बाद में गुनगुने पानी से हल्का मसाज करते हुए धो लें. रेगुलर इस्तेमाल से चेहरे पर पड़ रही झुर्रियां दूर हो जाएंगी और त्वचा दमकेगी.
दूध में हल्दी डालकर पीने के एक नहीं अनेक फायदे हैं. मौसम के हिसाब से गर्मियों में एक चौथाई चम्मच और सर्दियों में आधा चम्मच हल्दी एक गिलास दूध में उबाल कर पीना चाहिए.
प्रतिदिन हल्दी वाला दूध लेने से शरीर को पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम मिलता है जिससे हड्डियां स्वस्थ और मजबूत होती है. जोड़ों में दर्द का सामना करने वाले मरीजों के लिए यह बेहद सरल और कारगार उपाय है.
हल्दी के एन्टीबैक्ट्रियल गुण के कारण कान दर्द में भी हल्दी वाला दूध बहुत ही फायदेमंद है.
आयुर्वेद में हल्दी को ब्लड प्यूरिफायर माना गया है. हल्दी का दूध शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को मजबूत बनाता है, यह खून को पतला करता है और गंदगी को साफ करने वाला होता है. इससे हार्ट अटैक का खतरा भी घट जाता है.
गुनगुने दूध के साथ हल्दी के सेवन से शरीर में जमा फैट घटने लगता है. इसमें कैल्शियम और अन्य तत्व सेहतमंद तरीके से वेट लॉस में मददगार हैं.
हल्दी का दूध हमारी पाचन क्रिया को सुधारता है, जिससे पेट के रोगों में आराम मिलता है.
गुम चोट या जख्म होने पर कच्ची हल्दी का रस डालकर जल्दी राहत मिल जाती है.