उत्तर प्रदेश में तैयार हो रहे देश के तीसरे सबसे बड़े एक्सप्रेसवे जल्द ही शुरू होने वाला है.यूपी में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे प्रदेश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे है.
यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए बहुत मायने रखने वाला है क्योंकि यह प्रदेश के 12 बड़े जिलों और सैंकड़ों गांवों से गुजरेगा. इसके चालू होने से रोजगार के अवसर पैदा होंगे. गंगा एक्सप्रेसवे पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश में कनेक्टिविटी को और मजबूत करेगा.
इससे मेरठ और प्रयागराज की दूरी 594 किलोमीटर की दूरी महज 6 घंटे में पूरी हो जाएगी.
फिलहाल, यूपी में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे प्रदेश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे है, लेकिन अब यह ताज गंगा एक्सप्रेसवे के नाम हो जाएगा. आपको बताते हैं गंगा एक्सप्रेसवे का पूरा रूट और सफर में मिलने वाली सुविधाएं…
गंगा एक्सप्रेसवे, राज्य के पश्चिमी छोर, मेरठ-बुलंदशहर हाईवे पर बिजौली गांव से शुरू होगा और पूर्वी हिस्से, प्रयागराज में नेशनल हाईवे 19 पर जुदापुर दादू गांव के पास खत्म होगा. 594 किलोमीटर यह एक्सप्रेसवे यूपी के 12 जिलों के 518 गांवों से होकर गुजरेगा.
इस एक्सप्रेसवे पर आवाजाही शुरू होने के बाद मेरठ से हापुड़, बुलन्दशहर, अमरोहा, संभल, बदायूँ, शाहजहाँपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली और प्रतापगढ़ होते हुए प्रयागराज तक की दूरी और समय दोनों घट जाएगा.
गंगा एक्सप्रेसवे की पहचान यूपी के मजबूत इंफ्रा प्रोजेक्ट के तौर पर होगी. क्योंकि, इस एक्प्रेसवे पर 14 बड़े ब्रिज और 32 फ्लाईओवर बनाए जा रहे हैं. गंगा एक्सप्रेसवे में 14 प्रमुख ब्रिज में से सात रेल ओवरब्रिज शामिल हैं.
गंगा एक्सप्रेसवे को 36,230 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा है. इस एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए करीब 7453 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया गया है. गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) कर रहा है.
गंगा एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ विभिन्न स्थानों पर 9 जन सुविधा परिसर बनाए जाएंगे. फिलहाल, मेरठ और प्रयागराज पर मुख्य टोल प्लाजा की योजना है, जबकि कई स्थानों पर रैंप टोल प्लाजा प्रस्तावित हैं.गंगा एक्सप्रेसवे पर शाहजहाँपुर के जलालाबाद के पास 3.5 किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी बनाई गई है, जहां आपात स्थिति में बड़े विमान लैंड कर सकते हैं.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि स्वयं करें. एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.