सावन के महीने के भगवान शिव के मंदिरों में भक्तों का ताता लगा रहता है. यूपी के फेमस मंदिरों के बारे में तो हर कोई जानता ही होगा. लेकिन यूपी में कुछ ऐसे शिव मंदिर भी है जिनके बारे में बहुत कम लोग ही जानते होंगे.
बाबा नागेश्वरनाथ धाम उत्तर प्रदेश के भदोही जिले के इटाहारा उपरवार गाँव स्थित है. लगभग 250 साल पहले काशी नरेश की मदद से शिव लाल सिंह ने यह मंदिर बनवाया था.
लोधेश्वर महादेव मंदिर उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के महादेवा गांव में स्थित है. इस मंदिर में पूजा की जाने वाली मूर्ति भारत भर के शक्ति पीठों पर पाए जाने वाले 52 शिवलिंगों में से सबसे दुर्लभ है
शंकर विमान मंडपम प्रयागराज में एक हिंदू मंदिर है. गंगा नदी के दाहिने किनारे पर प्रसिद्ध त्रिवेणी संगम के उत्तर में ये स्थित है. यह चार मंजिला मंदिर आदि शंकराचार्य की स्मृति में बनाया गया है.
शिवद्वार को उमा महेश्वर मंदिर के नाम से भी जाना जाता है. उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में घोरावल से 10 किमी दूर ये मंदिर स्थित है.
आगरा में मनकामेश्वर मंदिर भगवान शिव को समर्पित प्राचीन मंदिरों में से एक है. मंदिर में भगवान शिव के विग्रह के साथ एक गर्भगृह है. यह विशिष्ट शिव परिवार की मूर्तियों से घिरा हुआ है.
वाणेश्वर महादेव मंदिर दैत्यराज वाणासुर द्वारा स्थापित और शिव को समर्पित है. यह मंदिर भारत के उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात जिले के डेरापुर उपखंड में जिनायी गांव में स्थित है.
नीलकंठेश्वर उत्तरी भारत के हरे पर्वतीय क्षेत्र में भगवान शिव का मंदिर है. भगवान शिव की मूर्ति इस मायने में अनोखी है कि इसके तीन सिर हैं, और इसे भगवान शिव के अवतारों में से एक माना जाता है. यह मंदिर ललितपुर जिले के पाली शहर में स्थित है.
गोरखनाथ मठ, जिसे गोरखनाथ मंदिर के नाम से भी जाना जाता है. ये गोरखपुर के स्थित है. गोरखनाथ परंपरा की स्थापना गुरु मत्स्येंद्रनाथ ने की थी
घुइसरनाथ या घुश्मेश्वरनाथ मंदिर प्रतापगढ़ के लालगंज अझारा में सई नदी के तट पर स्थित है.