सालभर में सिर्फ बरसात के मौसम में स्वाद के शौकीनों को घेवर खाने को मिलता है क्योंकि तीज त्योहार में इसका भोग लगाया जाता है.
अगर आप भी उनमें से एक हैं, तो हम आपको बताने वाले हैं उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में इस बार एक नहीं बल्कि फ्लेवर में घेवर मिलने वाले है.
चॉकलेट, स्ट्रॉबेरी, वनीला, ब्लूबेरी, कीवी, ब्लैक करंट, मलाई और ड्राईफ्रूट्स घेवर आपको यहां मिल जाएगा.
उत्तराखंड में पहली बार देहरादून में फ्लेवर्ड घेवर मिल रहे हैं. जो 660 रुपये प्रति किलो मिल रहा है.
सावन के खास त्योहारों जैसे- हरियाली तीज और रक्षाबंधन में घेवर को अहम माना जाता है. कहा जाता है कि घेवर के बिना ये त्योहार अधूरे हैं.
सावन आते ही मिठाइयों की दुकानों में घेवर की डिमांड बढ़ गई है. साथ ही लोगों का जमावडा लगना शुरू हो गया है.
इस बार दुकानों में प्लेन, मलाई और ड्राईफ्रूट्स घेवर के साथ-साथ स्ट्रॉबेरी घेवर, चॉकलेट घेवर, ब्लूबेरी घेवर, कीवी घेवर, ब्लैक करंट घेवर और वनीला घेवर भी मिलेगें.
भले ही इसकी उत्पत्ति राजस्थान में हुई हो लेकिन आज यह देश के तमाम राज्यों में बड़े चाव के साथ खाया जाता है. मानसून सीजन में लोगों को वात और पित्त की समस्या होती है, जो इससे कम होती है.
प्लेन घेवर 480 रुपये प्रति किलो, मलाई और घेवर ₹560 किलो, स्ट्रॉबेरी, चॉकलेट, ब्लूबेरी व अन्य सभी फ्लेवर में घेवर 660 रुपये प्रति किलो के हिसाब से मिल जाएगा.