रसोईघर आग्नेय कोण में हो तो शुभ होता है. नहीं तो घर के लोगों की सेहत खराब रहती है. महिलाओं की सेहत ज्यादा खराब होती है.
रसोई के उत्तर-पूर्व दिशा यानी ईशान कोण में आपको सिंदूरी गणेशजी का चित्र लगाना चाहिए. ऋषियों का चित्र भी लगा सकते हैं.
खाना पकाते हुए मुख पूर्व दिशा में पड़ता हो, भूलकर भी खाना बनाने वाले का मुंह उत्तर और दक्षिण में न हो.
उत्तर-पूर्व दिशा में पीने का पानी हो. पानी और आग पास न हों. गैस दक्षिण-पूर्व की ओर हो.
भोजन करते समय मुख उत्तर-पूर्व की ओर हो. डाइनिंग टेबल दक्षिण-पूर्व में रखा जाए तो शुभ होगा.
माइक्रोवेव, मिक्सर ऐसी कोई मशीन दक्षिण-पूर्व में हो. फ्रीज उत्तर-पश्चिम में हो.
झाडू, पौंछा या सफाई संबंधी सामान नैऋत्य कोण हो. कूड़ादान रसोईघर में भीतर की ओर न हो.
रसोईघर खुला-खुला हो जिसका फर्श और दीवारें पीली, नारंगी या गेरूए हों. नीले या आसमानी से परहेज करें.
पूर्व में खिड़की हो.पूजा का स्थान रसोई में न हो. रसोईघर के पास बाथरूप न हो. टूटे फूटे बर्तन या अटाला और झाडू जैसी चीजें किचन से दूर रखें.
रसोईघर में ही बैठकर खाना खाना चाहिए. ऐसा करने से राहु और केतु का प्रभाव कम या न के बाराबर होता है.