महाकाव्य महाभारत सबने पढ़ी या सुनी होगी लेकिन क्या आप जानते है कि इसको किस स्थान पर लिखा गया था, और इसको लिखे जाने की पीछे की कहानी क्या है.
महाभारत की रचना महर्षि वेदव्यास ने की थी. इसकी रचना करने के लिए उन्होंने भगवान गणेश का सहारा लिया था.
बद्रीनाथ से 3 किलोमीटर की दूरी पर उत्तराखंड के माणा गांव में व्यास पोथी नामक एक स्थान मौजूद है.
मान्यता है कि वेद व्यास जी ने भगवान गणेश की सहायता से इसी स्थान पर महाभारत की रचना की थी.
यहा पर एक गुफा मौजूद है जिसका नाम महर्षि वेद व्यास गुफा है. पास में ही गणेश गुफा भी मौजूद है.
महाभारत लिखने से पहले महर्षि वेद व्यास ने भगवान गणेश की आराधना कर उन्हें प्रसन्न कर लिया था.
महर्षि वेद व्यास ने भगवान गणेश से विनती की वो इस महाकाव्य को अपने हाथों से लिखे.
कहा जाता है इसी जगह पर महाराज पांडू अपनी रानी कुंती और मादरी के संग निवास करते थे.
मान्यता ये भी है कि इसी जगह पर पांडवों का भी जन्म हुआ था. इस गुफा को बाहर से देखकर ऐसा लगता है मानो कई ग्रंथ एक दूसरे के ऊपर रखे हुए हैं.