महात्मा विदुर के मुताबिक जिन लोगों के मन में द्वेष, छल कपट भरा होता है वो जीवन में एक से एक समस्या का सामना करते हैं.
धोखा करने वाला व्यक्ति ऐसी स्थितियों का भी सामना करता है जो उसके मन को हमेशा अंशात रखता है.
महात्मा विदुर की नीति के मुताबिक मनुष्य भले ही पाप अकेला करे और लाभ भले ही कई लोग उठाएं.
ऐसे लोग पाप का आनंद तो उठा लेते हैं पर पाप का दंड केवल पाप करने वाले को ही मिलता है.
महात्मा विदुर कहते हैं कि विश्वास एक ऐसी भावना है जिसके बिना जीवन जी नहीं सकते हैं. जिसके बिना जीवन सुचारू रूप से नहीं चल सकता है.
विदुर नीति के अनुसार जो व्यक्ति बार बार भरोसा तोड़ता है जीवन में अक्सर उसे समस्याओं से जूझना पड़ता है.
विदुर कहते हैं कि सम्मान करना संस्कार को दर्शाता है. लोग एक-दूसरे का सम्मान आज के समय में करना तो दूर, एक दूसरे को पसंद भी नहीं करते हैं. जो कष्टों का कारण बनता है.
महात्मा विदुर के अनुसार जिन धन को अर्जित करने के लिए क्लेश हो, मन अस्थिर रहे या धर्म का पालन न किया जाए वो धन एक दिन परेशान जरूर करता है.
यह जानकारी सिर्फ मान्यताओं, धार्मिक ग्रंथों और माध्यमों पर आधारित है. किसी भी जानकारी को मानने से पहले अपने विशेषज्ञ की सलाह ले लें.